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इतना बड़ा लंड


मैं आपको एक बड़े मस्त और निराले व्यक्ति से मिलवाता हूँ नाम है इनका बल्लभ लेकिन लोग इन्हे प्यार से बल्लू कहते है आगे की सच्ची घटनाएँ इनके मुह से ही सुनिए :-
जी मैं बल्लू हूँ मैं जब १८/१९ साल का छोकरा था तो मेरा लंड हरदम खड़ा रहता था कुदरत ने मेरे लौडे में बड़ी ताकत भर दी है साला बड़ी मुश्किल से शांत होता था मेरा मामा मेरे से दो साल बड़ा था हमदोनो बड़े गहरे दोस्त है एक रात हो हम दोनों एक ही पलंग पर नंगे बदन नेकर पहन कर लेट गए रात को जब मेरी नीद खुली तो मैंने देखा की मामा का लौडा नेकर के अन्दर उछाल मार रहा है खैर कोई खास बात नही क्योंकि मेरा भी टन्ना रहा था मैं वापस आक़र सो गया थोडी देर में वह उठा उसने मेरा खड़ा लंड देखा और बाथ रूम से आक़र मेरे नजदीक लेट गया फ़िर धीरे से मेरी जांघो पर हाथ फेरने लगा इससे मेरा लौडा और टन्ना गया फ़िर उसने ऊपर से ही लंड पकड़ लिया मैं समझ तो गया लेकिन चुप रहा फ़िर धीरे से मेरी नेकर खोल दी मैं नंगा हो गया उसने लंड पकड़ा और मुठीयाने लगा ख़ुद भी नंगा हो गया थोडी देर में अपने लंड को मेरे लंड पर रगड़ना शुरू किया फ़िर दोनों को एक साथ मूठी में लेकर ऊपर नीचे करने लगा वह समझ गया कि मैं जग रहा हूँ और मुझे मज़ा आ रहा है बोला यार बल्लू तेरा लौडा तो मेरे से बहुत बड़ा है मैंने कहा नही मामा तेरा लंड साला कम नही है अभी तो और बड़ा होगा यह कहकर मैंने उसका पकड़ लिया इस तरह हम दोनों एक दूसरे के लंड का मज़ा लेने लगे यह मेरा पहला अनुभव था लेकिन बड़ा मजेदार इसके बाद तो हमने कई बार एक दूसरे के लंड से लंड लड़ाया एक दूसरे का चूसा सड़का लगाया एक दिन वह बोला बल्लू तुम मेरी गांड मारो मैंने कहा मुझे गांड मारना नही आता है मामा बोला मैं तुमको सिखा दूंगा देखो लंड को खड़ा करके मेरी गांड के छेड़ के पास रखो फ़िर धीरे धीरे अन्दर करो वह अपने आप घुसने लगेगा फ़िर अन्दर बाहर अन्दर बाहर करते रहो बस हो गया गांड मारना उस दिन मैंने वैसा ही किया उसे तो मज़ा आया लेकिन मुझे कुछ खास नही उसने कहा अब तुम झुको मैं तुम्हारी गांड मारूंगा मैंने कहा मामा मैं गांड नही मरवाऊँगा मामा ने कहा अच्छा कोई बात नही लेकिन मेरी मारते रहना इस तरह हम दो नो कई वर्षों तक मौज करते रहे


ऐसा करते करते मुझे भी गांड मारने का थोड़ा स्वाद लग गया कुछ बरसों के बाद मामा की शादी हो गयी हमारा मिलना जुलना बहुत कम हो गया अचानक एक दिन वह बोला यार बल्लू तुम आज रात को मेरे घर आना मैंने कहा क्या कोई खास बात है उसने उत्तर दिया कोई खास नही लेकिन आना जरूर खैर मैंने बात मान ली और उसके पास चला गया उस दिन मामा और उनकी बीवी के अलावा घर में कोई नही था मामा बोला बल्लू यार आज तुम मेरी बीवी को मेरे सामने चोदो मैंने कहा अरे यह तुम क्या कह रहे हो उसने जबाब दिया देख भई मैं तो चोदता ही हूँ लेकिन उसे ज्यादा मज़ा नही आता क्योंकि मैं देर तक ठहर नही पाता वह बिचारी कसमसा कर रह जाती है तुम्हारा लंड पाकर वह मस्त हो जाएगी यार अगर उसने मुझे लात मार कर निकाल दिया तो मेरी बेज्जती हो जाएगी न बिल्लू बोला नही भई वह चुदवाने के लिए तैयार है मैंने उसे सब बता दिया है तब मैं मान गया और कहा अच्छा ठीक है उस रात को जैसे ही मामी ने मेरा लौडा पकड़ा वह हक्की बक्की रह गयी बोली अरे क्या लंड इतना बड़ा होता है ऐसा कहकर लंड चूसने लगी मुझे उनकी चूंचियों का मज़ा मिल रहा था सच बताऊँ वह मेरी ज़िन्दगी की पहली चुदाई थी पहले दिन ही मुझे बुर चोदने का स्वाद लग गया उस रात मैंने तीन बार जमकर चोदा मैं खुश था की पहलीबार एक मजे दार औरत को चोदा है मामी इसलिए खुश थी की उसे एक तगड़ा लौडा मिला और अपने हसबैंड के सामने पराये मर्द से चुदवाने का सिलसिला शुरू हो गया मामा इसलिए खुश था की उसकी बीवी को चुदाई से बड़ी संतुष्टि मिली
कुछ दिन बाद मेरी भी शादी बिपासा नाम की लड़की से हो गयी से हो गयी बिपासा बहुत खूबसूरत थी बड़ी बड़ी ऑंखें गोल गोल गाल हँसती तो गाल में गड्ढे बन जाते ,गुन्दाज़ बाहें उभरे हुए चूतड और बड़ी बड़ी चूंचियां, चूंचियों का बनावट बड़ी मनमोहक थी उसे देख कर ही किसी का भी लौडा खड़ा हो सकता है लोग उसे प्यार से बिपी कहते थे सुहागरात में हमने खूब मज़ा लिया मुझे तो चोदने का अनुभव था ही खूब जम कर चुदाई किया उसने भी बेशरम होकर चुदवाने में कोई कसर नही उठा रखी हम दोनों बहुत खुश थे मेरे ससुर नही थे केवल जवान सास थी मेरी सास और मेरी बीवी दोनों माँ बेटी की तरह नही बल्कि दो सहेलियों की तरह रहती थी एक दिन जब मैं ससुराल गया तो मेरी सास ने खूब खातिर दारी और मेरा मेरा ख्याल रखा एक दिन अचानक मैं उस कमरे में घुसने वाला था जहाँ मेरी बीवी और सास आपस में बातें कर रही थी मैं कान लगा कर सुनने लगा
सास बोली:- बिपी अच्छा यह बता की दामाद जी का लौडा कैसा है
बिपासा :- अरे मम्मी बड़ा मोटा तगड़ा है खूब मज़ा आता है मुझे चुदवाने में
सास:- क्या तुम्हारे अंकल के लंड की तरह है ?
बिपासा :- नही मम्मी अंकल के लंड से ज्यादा लंबा और मोटा है
मम्मी:- तो देर तक चुदाई कर पाता है की नही ?
बिपासा :- हां बड़ी देर तक चोदता रहता है मुझे हर बार चुदाई का पूरा मज़ा देता है
मम्मी :- तो फ़िर मैं भी चुदवा लूँ अगर तुम बुरा न मानो तो
बिपासा :- अरे मम्मी दामाद तुम्हारा है जब चाहो चुदवा लो
उस रात को मैं थोड़ा परेशान तो हुआ मैंने बिपासा से पूंछा की असली बात क्या है उसने साफ साफ सारी कहानी बता दी
बिपासा :- देखिये मेरे पिता जी उस समय गुज़र गए थे जब मैं बहुत छोटी थी उसके बाद मेरे एक चाचा ने मेरे परिवार को संभाला मेरी मम्मी धीरे धीरे उनके नजदीक आती गयीं एक दिन मैंने उन दोनों को नंगे नंगे आपस में चिपटे हुए देख लिया मैं थोड़ा रुक गयी फ़िर मैंने देखा की मम्मी ने उसका लौडा पकड़ा लंड वास्तव में मोटा तगड़ा था फ़िर मुझे उन दोनों की चुदाई देखने में मज़ा आने लगा मैं छिप छिप कर देखती थी मैं चुप रहती थी जब मैं १५ साल की हो गयी तो अंकल मुझे भी अपनी गोद में बैठाने लगे और मेरी चूंचियों पर हाथ फेरने लगे एक दिन मैंने उसे मम्मी से कहते हुए सुना की देखो भाभी अब बिपी बड़ी हो रही है उसकी चूंचियां निकल आई है उसको लंड पकड़ना अभी से सिखला दो तो आगे चलकर बड़े मज़े से चुदवायेगी और अपने पति के साथ मज़ा लेगी मेरी मम्मी मान गयी उन्होंने मुझे आवाज़ दी मैं गयी उनदोनो को नंगे देख कर पहले मुझे शर्म तो आई लेकिन मैं जल्दी ही नार्मल हो गई मम्मी ने कहा बिपी नेरे पास आओ और मम्मी ने मेरा हाथ पकड़ कर उनके लंड पर रख दिया मैंने पकड़ लिया जैसे ही मम्मी ने मुझे नंगा किया मैं बेशरम हो गयी मैं लंड को हिला रही थी फ़िर उसको मुह में लेकर चूसने लगी मैंने कहा अंकल भोसड़ी के तुम्हारा लौडा बड़ा मोटा है क्या सबका ऐसा ही होता है ? उसने जबाब दिया नही लंड सबका अलग अलग होता है अब मैं उनदोनो की चुदाई में हिस्सा बटाने लगी इसके बाद जब मेरी चूत प़क गयी तब मैंने भी चुदवाया मम्मी को भी लंड चाहिए था और मुझे भी अब मम्मी तुमसे चुदवाना चाहती है बोलो चोदोगे न ?
मैंने कहा जरूर लेकिन मैं भी तुमको बताना चाहूँगा की मैंने भी शादी के पहले एक औरत को कई बार चोदा है फ़िर मैंने मामा की गांड मारने की कथा और उसकी बीवी को चोदने की बात साफ साफ बता दी मेरी बीवी वजाय नाराज़ होने बहुत खुश हो गयी और मुझसे लिपट गयी बोली ये तो बहुत अच्छा है अब तुम मेरी मम्मी को चोदने वाले और मुझे चोदने वाले की बीवी चोदो और मैं तेरे मामा से चुदवा लूँ जिसकी तुम बीवी चोदते हो बस हम दोनों बराबर ठीक है न उस रात को मेरी सास मेरी बीवी और मैं तीनो थे वे दोनों एक दूसरे को नंगी करने लगी और मैं उन्हें देखने लगा सास की चूंचियां तो मेरी बीवी से ज्यादा बड़ी थी मेरा लौडा टन्ना रहा था मेरी बीवी बोली मम्मी अपने दामाद को नंगा करो न सास ने जैसे ही मेरी नेकर नीचे खींचा मेरा लौडा उछल कर उसके मुह के सामने आ गया सास तो लंड देख कर दंग रह गयी बोली अरे यह है कोई मर्द का लौडा आज ये मेरी चूत को फाड़ देगा बिपासा बोली मम्मी लौडा साला चाहे कितना बड़ा हो चूत तो उसको भरता बना ही देती है सास ने लंड को मुह में लिया और चूसने लगी बिपासा पेल्हड़ चाटने लगी फ़िर मैंने दोनों को बारी बारी से चोदा दूसरे दिन बिपासा ने कहा मम्मी अंकल और आंटी को बुलवा लो आज मेरा हसबैंड आंटी को खूब चोदेगा और हम दोनों अंकल से उसके सामने चुदवायेंगें वे दोनों जैसे ही आए एक छोटे से परिचय के बाद मैंने अंकल और आंटी दोनों को नंगा किया फ़िर ख़ुद हो गयी आंटी ने मेरे पति को नंगा करके उसका लंड थाम लिया बोली आरी बिपी तू तो बड़ी नसीब वाली है की तुझे इतना बड़ा लौडा मिला है बिपी ने कहा आंटी आज तक तो मुझे तेरा हसबैंड चोदता रहा पर आज तुमको मेरा हसबैंड चोदेगा इस बात पर मैंने आंटी से पूंछा की जब तुम्हारा पति मेरी बीवी व मेरी सास को चोदता था तो तुम क्या करती थी उसने जबाब दिया मैं भी उधर पराये मर्दों से चुदवाती थी इस तरह अश्लील बातें कर कर के मैंने आंटी की चूत का खूब मज़ा लिया
मेरी बीवी ने इस तरह मेरे सामने पराये मर्दों से चुदवाने का मज़ा लिया और मैंने उसके सामने परायी बीवियों को चोदने का मज़ा अब हम दोनों अदल बदली के खेल में बड़े बेशरम हो चुके थे मेरी बीवी को चूंची दिखाने का शौक पैदा हो गया
एक बार हमलोग दिल्ली से कोलकता ट्रेन से जा रहे थे फर्स्ट क्लास ये/ सी के डिब्बे में थे उसमे एक लड़का ऊपर की बर्थ पर लेटा था हम दोनों नीचे के बर्थ पर, रात के करीब ११ बजे थे लड़का एक किताब पढ़ रहा रहा था मेरी बीवी ने इशारे से कहा की क्या इसको पटाया जाए मैंने हां कर दी बस मेरी बीवी आधी चूंचियां खोल कर इस तरह बैठ गयी की उसे चूंचियां बिल्कुल साफ दिखायी पड़े उसने जैसे ही नज़र डाली तो देखता ही रह गया फ़िर उसने रात का बल्ब जला दिया किताब बंद कर दी और चूंचियों को देखने में मगन हो गया इतने में मेरी बीवी ने पूरी चूंची खोल दी मैं इस तरह लेट गया जैसे कि सो रहा हूँ मेरी बीवी ने उसे नीचे उतर कर चूंची पकड़ने का इशारा किया वह उतर आया और उसके बगल में बैठ कर चूंचियों पर हाथ फेरने लगा मेरी इच्छा उसकी गांड मारने कि हो गयी मेरी बीवी ने उसके लंड पर हाथ रखा तो उसे मज़ा आया उसने पहले अपना पेटी कोट खोला फ़िर उसको पूरा नंगा किया उसका लौडा पकड़ कर बोली अरे उठो उठो न देखो इसका भी लंड तुम्हारे लंड कि तरह मोटा तगड़ा है मैंने करवट बदली तो दोनों को नंगा पाया मैं भी एकदम नंगा हो गया उस लड़के ने झट से मेरा लंड पकड़ लिया और झुक कर चूसने लगा मैं समझ गया कि वह भी गांडू है मेरे मामा की तरह अब मेरी बीवी उसका लंड चूसने लगी मैं उसकी गांड पर हाथ फेरने लगा थोडी देर में उसने मेरी बीवी को चोदा और मैंने उसकी गांड मारी पूरे सफर में इसी तरह मौज मस्ती करते हुए कोलकत्ता पहुँच गए उस लड़के का नाम था सोमित उसने दूसरे दिन हमें अपने घर डिनर पर बुलाया हम जब पहुंचे दो उसने अपनी बीवी सुनंदा से मिलवाया क्या जवान बीवी थी उसकी एक दम खूबसूरत उसकी चूंची मेरी बीवी से कम नही लग रही थी एकदम भरा हुआ बदन उसे देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया उसने ड्रिंक पार्टी रखी थी हम चारों लोग शराब पीने लगे इतने में एक कपल और आ गया देव और उसकी बीवी दिव्या वे दोनों खूबसूरत थे सोमित ने परिचय करवाया और सबको ट्रेन के सफर कि कहानी सुनायी सबने शराब पीते पीते मज़ा लिया दिव्या बोली हां ये तो सही है कि सोमित का लौडा बड़ा मज़ा देता है सुनंदा बोली कि देव का लौडा कोई कम नही है मुझे तो उससे चुदवाने में खूब मज़ा आता है इस तरह अश्लील बातों का दौर चल पड़ा फ़िर सुनंदा सब के सामने सारे कपड़े खोल कर नंगी हो गयी उसको देखकर दिव्या भी नंगी हो गयी और मेरी बीवी भी, उन तीनो की चूंचियां एक से बढ़ कर एक थी वह कहना मुस्किल था कि किसकी ज्यादा बड़ी है उन्हें देखकर हमतीनो मस्त हो गए फ़िर दिव्या ने मुझे नंगा करके मेरा लंड पकड़ा बोली अरे ये तो अभी से खड़ा है साला सबसे बड़ा लगता है उधर देव का लंड सुनंदा ने पकड़ा और मेरी बीवी बिपासा ने सोमित का लंड
तीनो लौडे एक साथ देख कर मेरी बीवी बिपासा बोली हाय रे आज तो लगता है की लंड की दावत है देखो साले कैसे एक दूसरे की चूत खाने को तैयार है तब तक सुनंदा ने तीनो लंड नापे बोली अरे भोसड़ी के तीनो साले ८” से ऊपर है और मोटाई में ५” से कम नही है दिव्या ने कहा यार आज तो चूत की लाटरी खुल गयी इतना कह कर मेरा लांड चूसने लगी सुनंदा देव का लांड चूसने लगी और बिपासा सोमित का , अब बड़े मज़े से हम तीनो एक दूसरे की बीवियों को चोद रहे थे मैं कभी सुनंदा को चोदता कभी दिव्या को सोमित कभी दिव्या को चोदता कभी मेरी बीवी बिपासा को , और देव कभी सुनंदा को चोदता कभी बिपासा को दूसरी पारी में मेरी बीवी बोली अब हम तीनो बीवियाँ एक साथ दो दो लंड से चुदवायेंगी उसने देव का लंड और सोमित का लंड लिया एक चूत में दूसरा मुह में उधर मैं दोनों बीवियों यानि सुनंदा और दिव्या को एक साथ चोदने लगा फ़िर सुनंदा ने मेरा लंड और देव का लंड एक साथ लेकर चुदवाया और सोमित ने मेरी बीवी और दिव्या को एक साथ चोदा उधर थोडी देर में दिव्या ने दो लंड लिए मेरा और सोमित का और उसके पति देव ने बिपासा और सुनंदा को एक साथ चोदा
उस रात को चुदाई का जो मज़ा मिला उससे मुझे और मेरी बीवी को नए नए कपल ढूंढने की इच्छा को और बढ़ा दिया मेरी बीवी इसमे खुल कर पूरा सहयोग करती है वह मेरे सामने पराये मर्दों से चुदवा कर मज़ा लेती है और मैं उसके सामने परायी बीवियों को चोद कर इस समय हमारे पास ऐसे ८/१० जोड़े है जो बड़े प्यार से एक दूसरे की बीवियाँ चोदते है और बीवियाँ एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाती है महीने में कम से कम २/३ बार ग्रुप में एक दूसरे की चोदा चोदी हो जाती है
एक साथ बड़े बड़े लंड और बड़ी बड़ी चूंचियों को देखने का मज़ा कुछ और ही है